Stock market vs cryptocurrency in hindi

Learn about Stock market vs cryptocurrency in Hindi.

प्रस्तुत लेख में हम स्टॉक मार्केट और क्रिप्टोकरंसी को विस्तृत रूप से जानने का प्रयास करेंगे।  स्टॉक मार्केट और क्रिप्टोकरंसी क्या है? यह किस प्रकार कार्य करते हैं? और लोगों के बीच इनके विषय में क्या राय है?

अगर आप इन्हें नहीं जानते हैं तो आपके लिए क्या बेहतर होगा? इन सभी पहलुओं पर समग्र रूप से विचार प्रस्तुत किया गया है। यह लेख आपके लिए कारगर साबित हो सकता है।

Stock market vs cryptocurrency in Hindi

स्टॉक मार्केट और क्रिप्टोकरंसी वर्तमान समय में लोगों के कमाई का एक जरिया है। जिसमें दो अलग-अलग पद्धति से कार्य किया जाता है। स्टॉक मार्केट जहां परंपरागत और नियम के अनुरूप कार्य करती है। ठीक इसके विपरीत क्रिप्टोकरंसी का प्रचलन है। जिसमें नई तकनीक तथा किसी नियम कानून के हस्तक्षेप रहित कार्य करता है। वर्तमान समय में दोनों की भूमिका समाज के बीच मजबूत है। निवेशक दोनों के प्रति आकर्षित हैं।

दोनों की क्या पद्धति है नीचे बिंदुवार प्रस्तुत किया गया है।

स्टॉक मार्केट क्या है ?

स्टॉक मार्केट एक ऐसी एजेंसी है, जहां कंपनी तथा निवेशक की भागीदारी सुनिश्चित की जाती है। निवेशक जहां अपना पैसा लगाकर मुनाफा कमाते हैं, वहीं कंपनी अपने कार्य की वृद्धि के लिए पैसे जुटाने हेतु स्टॉक मार्केट में आती है।

यहां उन्हें उनके योजनाओं के अनुरूप भारी मात्रा में निवेशक मिल जाते हैं।

अतः यह कंपनी के लिए पूंजी जुटाने का एक माध्यम है।

इस मार्केट पर देश तथा उसके द्वारा तय की गई एजेंसी का नियंत्रण होता है। भारत में सेबी (SEBI) नामक संस्था स्टॉक मार्केट का नीति निर्धारक है। इसके दिशा निर्देश पर यह मार्केट कार्य करता है। अतः यह कानूनी रूप से कार्य करने पर मजबूर होता है।  यहां धोखाधड़ी जैसे विषय कम देखने को मिलते हैं।

भारत में

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) तथा

मुंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) प्रचलित है।

क्रिप्टो करेंसी क्या है ?

क्रिप्टो करेंसी का प्रचलन वर्तमान समय में अधिक है।

यह नाम कुछ वर्षों पूर्व तक प्रचलित नहीं था। कारण यह है कि बिटकॉइन जो पहली क्रिप्टोकरंसी मानी गई है, इसमें निवेशकों को हजारों गुना ज्यादा मुनाफा प्राप्त हुआ। निवेशकों का ध्यान इस और तब गया जब समाचार पत्रों में उन शख्सियत का नाम सामने आया जिन्होंने क्रिप्टोकरंसी में निवेश कर भारी मुनाफा कमाया था। यह एक ब्लॉकचेन पर आधारित कार्य पद्धति है। यह बाजार में नई करेंसी है, जिस पर विभिन्न देशों में अभी तक कोई नियम कानून नहीं बनाए गए हैं।

कई देशों में इन्हें प्रतिबंधित भी किया गया है।

इसमें किसी भी एजेंसी या देश का नियंत्रण नहीं होता केवल निवेशक और विक्रेता के बीच ही इस लेनदेन की गोपनीयता रहती है।  यह फिलहाल हैकिंग से रहित तथा गोपनीय मानी जा रही है। यह पूर्ण रूप से डिजिटल करेंसी है इसे आप स्पर्श नहीं कर सकते हैं। इसका लेनदेन डिजिटल तरीके से ही संभव है। यह पब्लिक लेजर/खाता आधारित प्रक्रिया पर कार्य करती है।

जिसमें किसी भी छोटी सी भूल या आईडी पासवर्ड के खो जाने से आप क्रिप्टो करेंसी को खो देते हैं।

सरकार देश या कोई एजेंसी का हस्तक्षेप इसमें नहीं होता।

वर्तमान समय में माना जा रहा है इस करेंसी का दुरुपयोग किया जा रहा है।

अवैध रूप के कारोबार इन पैसों को स्वीकार कर रहे हैं। कुल मिलाकर यह करेंसी डिजिटल करेंसी है जिस पर किसी देश का नियंत्रण नहीं होता, कई देशों में इसे प्रतिबंधित भी किया गया है।

महत्वपूर्ण बिंदु स्टॉक मार्केट क्रिप्टोकरंसी
कहां से खरीदें NSE, BSE डिजिटल वॉलेट
नियंत्रण SEBI किसी का नियंत्रण नहीं होता
प्रभावित ऑपरेटर, तथा बड़े प्रमोटर मार्केट को प्रभावित करते हैं। छोटे क्रिप्टो करेंसी को प्रभावित किया जा सकता है, बड़े प्रचलित क्रिप्टोकरंसी जल्दी प्रभावित नहीं होती।
समय स्टॉक लंबे समय तक रखा जा सकता है, क्योंकि उसकी कंपनी पर निरंतर नजर रखना आसान होता है। क्रिप्टोकरंसी के संबंध में कोई नियम नहीं है। यह जितनी तेज गति से कीमत बढ़ाता है, उतनी ही तेज गति से कीमत को गिराता है। यहां मुनाफा होते ही मुनाफा लेकर निकलना अच्छा होता है।
विश्वसनीयता स्टॉक मार्केट में खरीदे गए स्टॉक को आप अपने निगरानी में रखते हैं। क्रिप्टो करेंसी ब्लॉकचेन पर आधारित कार्य करती है। अतः इसके संबंध में अभी विश्वसनीयता बहुत कम है क्योंकि इस के मध्य किसी देश, सरकार या व्यक्ति का नियंत्रण या हस्तक्षेप नहीं है।
लाभ स्टॉक मार्केट सेबी तथा सरकार के नियंत्रण में कार्य करती है यहां पारदर्शिता होती है आप अपने अनुभव तथा अध्ययन से लाभ कमा सकते हैं। क्रिप्टोकरंसी के क्षेत्र में फिलहाल जबरदस्त मुनाफा देखने को मिल रहा है जिसके कारण लोग इस और आकर्षित हो रहे हैं जिसमें बिटकॉइन का नाम अग्रणी है
हानी मार्केट में आई गिरावट में व्यक्ति का पैसा डूबने की संभावना रहती है, कंपनी के दिवालिया होने पर भी यह पैसा डूब सकता है। क्रिप्टोकरंसी पर किसी देश सरकार एजेंसी आदि का नियंत्रण नहीं होता।  यहां पर हुए नुकसान कि कोई भरपाई संभव नहीं है। संबंधित जानकारी खो जाने पर आप अपनी क्रिप्टोकरंसी को खो देते हैं।

स्टॉक तथा क्रिप्टो करेंसी कहां से खरीदें

स्टॉक तथा क्रिप्टोकरंसी की खरीदारी बिल्कुल अलग है। स्टॉक मार्केट जहां देश तथा प्रमुख एजेंसियों की निगरानी में होता है,

वही क्रिप्टोकरंसी स्वतंत्र और गोपनीय होता है। दोनों की खरीदारी के लिए अलग-अलग प्रक्रिया है।

  • स्टॉक किसी कंपनी की हिस्सेदारी होती है। स्टॉक खरीद कर आप उस कंपनी के मालिक बन सकते हैं। इसके लिए आपको देश में प्रचलित एजेंसी जैसे – भारत में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज तथा मुंबई स्टॉक एक्सचेंज से खरीदारी करनी होगी।यहां आपको अनेकों प्रकार की कंपनियां मिल जाएंगी जिनमें आप निवेश कर उनके स्टाक खरीद सकते हैं।
  • क्रिप्टोकरंसी जैसा कि हम जानते हैं यह एक डिजिटल करेंसी है। इसकी खरीद – बिक्री डिजिटल माध्यम से ही संभव है। इसके लिए आपको कुछ प्रचलित वॉलेट का प्रयोग करना होगा।  यह क्रिप्टो करेंसी खरीदने बेचने का कार्य करते हैं। यह वॉलेट आपके बैंक अकाउंट से लिंक होगा, जहां से वॉलेट में पैसे डालना और निकालना संभव हो जाता है।
  • अतः क्रिप्टो करेंसी की खरीदारी फिलहाल वॉलेट मोबाइल ऐप से संभव है।

स्टॉक मार्केट तथा क्रिप्टो करेंसी पर किसका नियंत्रण होता है?

स्टॉक मार्केट परंपरागत मार्केट है जहां विगत कई वर्षों से यह निरंतर कार्य कर रही है। सरकार तथा उसकी प्रमुख एजेंसियां इस मार्केट की निगरानी करती है। धोखाधड़ी की संभावनाओं को समाप्त करने की सदैव कोशिश रहती है। अतः यह एक प्रकार से निवेशकों के लिए सुरक्षित माना जाता है। यह सरकार तथा उसकी एजेंसी के नियंत्रण में कार्य करती है।

भारत में सेबी SEBI का नियंत्रण स्टॉक मार्केट पर होता है।

यही स्टॉक मार्केट के लिए नियम कानून व दिशा निर्देश देता है।

क्रिप्टो करेंसी डिजिटल क्रांति का एक भाग है, यह करेंसी पूर्ण रूप से डिजिटल है, जिसका लेनदेन ऑनलाइन ही किया जा सकता है।  यह कोई अन्य देशों की भांति मुद्रा नहीं है जिसे आप छू सकते हो। यह डिजिटल करेंसी है इसकी स्वीकार्यता या भुगतान ऑनलाइन ही संभव है। इस करेंसी पर किसी देश सरकार या एजेंसी का नियंत्रण नहीं होता।  यह पूर्ण रूप से गोपनीय होता है। यह थर्ड पार्टी के हस्तक्षेप बिना कार्य करती है किसी भी जोखिम यह समस्या के लिए निवेशक स्वयं जिम्मेदार होता है।

यहां पूंजी डूबने पर किसी प्रकार का कोई मुआवजा या सहयोग प्राप्त नहीं किया जा सकता।

कुल मिलाकर अगर समझने का प्रयास करें तो स्टॉक मार्केट की थी देश की मार्केट होती है।

जहां कंपनी और निवेशक की उपलब्धता होती है।  दोनों की आवश्यकताओं की पूर्ति इस मार्केट में हो जाती है। वही क्रिप्टोकरंसी गोपनीय करेंसी है ,जिस पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं होता। अगर आप अपने पूंजी का निवेश करना चाहते हैं तो स्टॉक मार्केट आपके लिए बेहतर ऑप्शन है। क्रिप्टो करेंसी में जहां अधिक मुनाफा प्राप्त किया जाता है वही धोखाधड़ी तथा पूंजी डूबने का जोखिम सदैव बना रहता है।

स्टॉक मार्केट तथा क्रिप्टोकरंसी में कितने समय के लिए निवेश करें?

निवेशकों के समक्ष यह सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न रहता है कि वह अपनी पूंजी का निवेश कहां करें? तथा कितने समय के लिए करें? आपको सबसे पहले यह जानने की आवश्यकता होगी क्या आप अपने पूंजी का निवेश क्यों करना चाहते हैं?  क्या यह आपके बचत या भविष्य के लिए पूंजी है आप किसी निश्चित समय में उस पूंजी का उपयोग किसी दूसरे मद के लिए करना चाहते हैं।

ऐसा विचार करें तो आपको आपके प्रश्नों के उत्तर अवश्य भी प्राप्त हो जाएंगे।

अगर आप अपने पूंजी का निवेश आगामी भविष्य की योजनाओं की पूर्ति के लिए करना चाहते हैं तो आप उतने ही समय के लिए निवेश करें। स्टॉक मार्केट में बड़ी कंपनियां लगभग 5 वर्षों के बाद अच्छा खासा मुनाफा देती है, तो आप निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो स्टॉक मार्केट में लंबे समय के लिए निवेश करें। यहां आपको अधिक मुनाफा प्राप्त हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी में जोखिम सदैव बना रहता है। आप अपनी पूंजी को सुरक्षित रखने के लिए तब तक निवेश करें जब तक आपको मुनाफा से संतुष्टि नहीं मिल जाती। अपना एक निश्चित मुनाफा लेते हुए वहां से सदैव बाहर निकल जाना चाहिए, क्योंकि यह जिस प्रकार मुनाफा देती है उसी प्रकार उतनी ही तेज गति से नुकसान भी करवा देती है।

अतः सुरक्षित निवेश करने के लिए अपने मुनाफे को लेकर निकलते रहना सुरक्षित निवेश माना जा सकता है।

कुल मिलाकर समझे तो स्टॉक मार्केट में आप लंबे समय के लिए निवेश करें।

क्रिप्टो करेंसी के क्षेत्र में आप सीमित समय या मुनाफा प्राप्त होने तक निवेश करें।

जोखिम दोनों में है किंतु क्रिप्टोकरंसी में जोखिम का प्रतिशत सर्वाधिक है।

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निष्कर्ष –

उपरोक्त अध्ययन में हमने स्टॉक मार्केट तथा क्रिप्टो करेंसी के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी हासिल किया। स्टॉक मार्केट जहां सरकार के नियंत्रण में कार्य करती है वही क्रिप्टो करेंसी स्वतंत्र और हस्तक्षेप रहित कार्य करती है। दोनों क्षेत्रों में जोखिम है किंतु क्रिप्टोकरंसी किसी के हस्तक्षेप में कार्य नहीं करने से यहां जोखिम अधिक होता है।

इस क्षेत्र में तेज गति से फिलहाल मुनाफा कमाया जा रहा है वहीं इसमें मूल पूंजी डूबने की गति भी तेज है। अर्थात या जोखिम से भरा खेल है। अगर आप अपने पूंजी के साथ ठीक प्रकार से न्याय करना चाहते हैं तो जोखिम को ध्यान में रखते हुए अपना निवेश करें। क्रिप्टो करेंसी कोई बुरी करेंसी नहीं है हम आपको वहां निवेश करने या ना करने की सलाह नहीं दे रहे हैं आपको केवल वहां के जोखिम से अवगत करा रहे हैं।

जिससे सतर्क रहते हुए आप अपने पूंजी का निवेश अपने मन मुताबिक कर सकते हैं।

अगर आपके मन में और संबंधित विषय से प्रश्न है तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें हम आपके प्रश्नों के उत्तर अवश्य देंगे।

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